रोहित तुम्हारी लड़ाई, हमारी लड़ाई, न्याय की लड़ाई जारी है...
17 जनवरी रोहित वेमुला शहादत दिवस पर आरवाईए करेगा देशव्यापी न्याय मार्च
साथियों,
17 जनवरी 2016 को हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पीएचडी स्कॉलर रोहित वेमुला की यूनिवर्सिटी प्रशासन और भाजपा सरकार ने प्रताड़ित कर संस्थानिक हत्या कर दी. रोहित शहीद-ए-आज़म भगत सिंह और डॉ. अम्बेडकर के सपनों का देश बनाने सपना देखते थे। सरकार और यूनिवर्सिटी प्रशासन को यह मंजूर नहीं था इसलिए उनको इस तरह से प्रताड़ित किया कि उनको आत्महत्या करनी पड़ी.
आज साथी रोहित हमारे बीच होते तो नौजवानों के रोजगार के अवसरों व भविष्य पर हो रहे हमलों के खिलाफ आन्दोलन में हमारे साथ होते. भाजपा-आरएसएस द्वारा देश के संविधान, लोकतंत्र, आज़ादी व भाईचारे पर किए जा रहे हमलों के दौर में साथी रोहित की सोच और भी ज्यादा प्रासंगिक हैं और हमें इन हमलों के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा देते हैं.
रोहित के हत्यारे को अभी तक सजा नहीं मिली बल्कि इस भाजपा-आरएसएस के शासन में सैकड़ों रोहित को दुनिया छोड़नी पड़ी. आज उन सारे रोहितों के न्याय की लड़ाई को आगे लड़ने की जरूरत है. इसलिए भगत सिंह - अम्बेडकर के विचारों पर चलने वाले संगठन इंकलाबी नौजवान सभा की यह जिम्मेदारी है कि इन लड़ाइयों को जारी रखा जाय.
मोदी सरकार अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने को है. यह दस साल देश के लिए तबाही-बर्बादी का समय रहा. विरोध की आवाजों को कुचल देने की कवायद जारी है. न्याय की परिभाषा बदल दी गई है. विनाश इस शासन में विकास कहलाया जाने लगा और नफरत का कारोबार उफान पर है.
ऐसे समय में देश के नौजवानों की जिम्मेदारी है कि वो मुल्क को बचाने के लिए आगे आएं और न्याय की लड़ाई को आगे बढाएं.
आरवाईए ने साथी रोहित वेमुला के शहादत दिवस 17 जनवरी को न्याय की आवाज बुलंद करने की योजना बनाई है. देश भर में इस दिन न्याय मार्च निकाला जाएगा.
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