रेलवे में खाली पड़े सभी पदों पर बहाली निकालने की मांग को लेकर आरवाईए का देशव्यापी प्रतिवाद।
रेल मंत्रालय के द्वारा 6 साल बाद लाखों पद खाली होने के बावजूद मात्र 5696 पदों की लिए वेकेंसी निकाले जाने के विरोध में इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) के देशव्यापी प्रतिवाद के तहत बिहार के विभिन्न जिलों में मार्च और धरना
रेलवे में खाली पड़े सभी पदों पर बहाली निकालने की मांग को लेकर आरवाईए का देशव्यापी प्रतिवाद।
रेल मंत्रालय के द्वारा 6 साल बाद लाखों पद खाली होने के बावजूद मात्र 5696 पदों की लिए वेकेंसी निकाले जाने के विरुद्ध इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) के देशव्यापी प्रतिवाद के तहत बिहार के आरा, पटना, सिवान, अरवल, सहरसा, समस्तीपुर सहित अन्य जिलों में प्रतिवाद मार्च निकाल रेलवे की खाली सभी 6 लाख पदों पर बहाली निकालने की मांग की गई।
दरभंगा: दरभंगा रेलवे स्टेशन पर विशाल धरना का आयोजन किया गया। धरना से पूर्व आरवाईए कार्यकर्ताओं और रेलवे अभ्यर्थियों का जुलूस मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मिथिला विश्वविद्यालय स्थित बाबा नागार्जुन प्रतिमा स्थल से एमएलएसएम कॉलेज होते हुए दरभंगा रेलवे स्टेशन पहुंचा।
इस प्रदर्शन का नेतृत्व आरवाईए नेता राजू कर्ण, दीपक कुमार, राकेश कुमार और विकाश कुमार झा संयुक्त रूप से कर रहे थे।
धरने को संबोधित करते हुए इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) के बिहार मानद अध्यक्ष सह डुमरांव विधायक अजीत कुशवाहा ने रेलवे के खाली 6 लाख पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू करने की मांग पर आंदोलन कर रहे युवाओं पर बर्बर पुलिसिया दमन की कड़ी निंदा की और कहा कि सत्ता हड़पते ही भाजपा ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। रेलवे के 6 लाख से अधिक पदों पर लंबे समय से कोई बहाली नहीं हुई है। काफी आंदोलन के बाद केंद्र सरकार महज 5696 सीटों पर बहाली निकाल रही है। जबकि इसी मोदी सरकार ने युवाओं को हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था। इससे युवाओं का आक्रोशित होना बिलकुल स्वाभाविक है। प्रधानमंत्री मोदी का वह वादा कहां गया ? हकीकत यह है कि मोदी सरकार ने युवाओं के साथ केवल छल करने और देश को नफरत व हिंसा की आग में झोंकने का काम किया है। देश का नौजवान इनकी हकीकत अच्छे से पहचान चुकी है और सबक सिखाने का पूरा मन बना चुकी है। उन्होंने कहा बिहार महागठबंधन की सरकार ने बिहार में स्थाई नौकरियों की बौछार लगा दी जो बीजेपी के मंसूबे को चकनाचूर कर रही थी इसलिए बीजेपी ने नीतीश कुमार को तोड़कर पुनः सरकार बना लिया और अब एक बार फिर जब नीतीश कुमार भाजपा के मोहरा बन गए हैं तो बहाली की मांग को लेकर आंदोलनरत रेलवे अभ्यार्थियों और नौजवानों पर लाठियां चलवा रहे हैं। इसे पूरा देश देख रहा है। युवाओं के साथ इस विश्वासघात को हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे, युवाओं पर पड़ने वाला हर एक लाठी का हिसाब इन सरकारों से लिया जाएगा।
इस धरने में आरवाईए के राज्य सह सचिव संदीप चौधरी, रेलवे आंदोलन के नेता राजू कर्ण, आरवाईए नेत्री ओणम सिंह, आइसा जिला सचिव मयंक यादव, जिला अध्यक्ष शम्स तबरेज, अमित पासवान, किसान नेता केशरी कुमार यादव, अभिषेक कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में रेलवे अभ्यर्थी उपस्थित थे।
भोजपुर: भोजपुर में बड़ी संख्या में नौजवानों ने आरा पूर्वी गुमटी से प्रतिवाद मार्च निकाला जो शहर का भ्रमण करते हुए आरा स्टेशन परिसर में पहुंची जहां आरवाईए प्रखण्ड सचिव विशाल कुमार की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए आरवाईए बिहार राज्य सचिव शिवप्रकाश रंजन ने कहा कि 2019 के बाद 6 साल पर रेलवे में महज 5696 पदों पर भर्ती निकालना नौकरी का सपना देख रहे लाखों अभ्यर्थियों के साथ भद्दा मजाक है। मात्र 5696 हजार बहाली लाने से सरकार की रोजगार और युवा विरोधी चरित्र उजागर हुई है। मोदी सरकार फिर नौजवानों को निराशा किया है। इसके खिलाफ एक बार फिर से बिहार के नौजवान उठ खड़े हुए हैं। आज पूरे बिहार में इंकलाबी नौजवान सभा के नेतृत्व में अलग-अलग जगहों पर नौजवान और रेलवे अभ्यर्थियों का आंदोलन हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज देश का नौजवान मोदी सरकार से रोजगार मांग रहा है लेकिन सरकार नौजवानों को रोजगार के बदले धर्म के नाम पर तलवार और नफरत बांट रही है। जिसे हमलोग बर्दाश्त नहीं करेंगे और रेलवे बहाली में सीटें बढ़ने तक हमारा यह आंदोलन जारी रहेगा।
सिवान: सिवान के ललित बस स्टैंड से जेपी चौक तक प्रतिवाद मार्च निकाल सभा का आयोजन किया गया। इस सभा को आरवाईए के राज्य सह-सचिव जयशंकर पंडित, आइसा नेता प्रिंस पासवान , आरवाईए नेता मनोज बैठा, सुनील यादव, सोनू कुशवाहा, सुनील कुशवाहा सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया।
पटना: पटना जिले के पुनपुन में प्रखंड कार्यालय से प्रतिवाद मार्च निकल गया जो पकड़ी गली होते हुए मुख्य बाजार पहुंच सभा में तब्दील हो गई। सभा को आरवाईए नेता मिथलेश कुमार, हरेंद्र दास, सुजीत कुमार, गुड्डू कुमार सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया।
सहरसा: सहरसा में कचहरी हॉल्ट पर प्रतिवाद मार्च निकाल विरोध-प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व आरवाईए नेता कुंदन यादव कर रहे थे।
समस्तीपुर: समस्तीपुर शहर के माल गोदाम चौक से आरवाईए कार्यकर्ताओं ने प्रतिवाद मार्च निकाला जो समस्तीपुर बाजार का भ्रमण करते हुए स्टेशन चौक स्थित गांधी स्मारक पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। जहां आरवाईए जिला उपाध्यक्ष रंजीत कुमार की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया। इस सभा को आरवाईए जिला सचिव रौशन कुमार यादव, आरवाईए जिला कमिटी सदस्य तंजय प्रकाश, रंजीत कुमार, नवीन, कुमार मनीष कुमार, नीरज कुमार सहित अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया।
अरवल: अरवल में भाकपा (माले) कार्यालय से भारी संख्या में नौजवानों ने प्रतिवाद मार्च निकाला। यह मार्च भगत सिंह चौक होते हुए ब्लॉक परिसर पहुंच सभा का आयोजन कर रेलवे में रिक्त सभी पदों पर बहाली कराने की मांग की गई। इस सभा को आरवाईए के जिला सचिव रमाकांत कुमार, आरवाईए नेता उपेंद्र कुमार, रवींद्र कुमार, नीतीश कुमार अन्य नेताओं ने सम्बोधित किया।
देशव्यापी प्रदर्शन के तहत उत्तर प्रदेश में इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) के बैनर तले रेलवे में खाली पड़े सभी पदों पर बहाली की मांग को लेकर बस्ती, गोरखपुर, चंदौली, इलाहाबाद, फैजाबाद और लखनऊ में प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया।
प्रदर्शन के दौरान नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आए 10 साल हो गया लेकिन रेल में 3 लाख 56 हजार सीट खाली होने के बावजूद, चुनाव को देखते हुए मोदी सरकार द्वारा महज 5696 सीट पर बहाली निकालना देश के नौजवान के साथ धोखा है। हर साल 2 करोड़ नौकरी का वादा करने वाली मोदी सरकार नौजवानों को मंदिर, मस्जिद के नाम पर गुमराह कर रही है। देश के सारी संस्थानों को बेचा जा रहा है। देश के सरकारी उपक्रमों रेल, भेल, सेल समेत सारी संस्थानों को बेच कर देश के नौजवानों के भविष्य को बर्बाद किया जा रहा है। 2024 के चुनाव में नौजवानों को अपने भविष्य को बचाने के लिए मोदी को गद्दी से उतार फेकना होगा।
झारखंड के रामगढ़ जिले में भाकपा माले जिला कार्यालय से सुभाष चौक तक आरवाईए और आइसा ने संयुक्त रूप से प्रतिवाद मार्च निकाला। सुभाष चौक पहुंच कर प्रतिवाद सभा किया गया। जिसका संचालन इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य सह सचिव जयबीर हंसदा ने किया।
सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि 2 करोड़ प्रतिवर्ष रोजगार का वादा कर आई मोदी सरकार, रेलवे की वेकेंसी भी खत्म कर दी है। रेलवे के प्रतिवर्ष लाखों वेकेंसी निकलते थे। आज 3 लाख से अधिक रिक्त पद हैं होने के बावजूद 6 साल बाद सिर्फ 5696 वेकेंसी आई है। तैयारी कर रहे करोड़ो छात्र सरकार के इस फैसले से परेशान हैं और सड़कों पर हैं। हम मांग करते हैं कि आंदोलनरत, तैयारी कर रहे सभी छात्रों की मांगों को अविलंब मान कर, रेलवे के सभी रिक्त पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू की जाए।
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