
नौजवानों के साथ दुश्मनों जैसा व्यव्हार ना करे नितीश-भाजपा सरकार! आन्दोलनकारियों के ऊपर लादे गए फर्जी मुकदमें वापस लिया जाय!
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) में हुए ऐतिहासिक घोटाले, परीक्षा प्रणाली में धांधली, और अभ्यर्थियों पर पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में 6 जनवरी को आरा, अरवल, गोपालगंज, समस्तीपुर, बेगूसराय, बेतिया सहित पूरे राज्य में प्रतिवाद दिवस मनाया गया। इस अवसर पर इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए), आइसा सहित राज्य के छात्र-युवा संगठनों और आम नागरिकों ने एकजुट होकर इस धांधली और दमन के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की।
आरा में आरवाईए के राज्य सचिव सह अगिआंव विधायक शिवप्रकाश रंजन, आरवाईए जिला अध्यक्ष निरंजन केशरी, सह सचिव विशाल कुमार, अखिलेश गुप्ता, हरिनारायण साह, आइसा नेता रौशन कुशवाहा, साहिल अरोड़ा, सुमित कुमार, युवा राजद के जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार, और एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष आनंद तिवारी के नेतृत्व में आरा रेलवे परिसर से अंबेडकर चौक तक प्रतिवाद मार्च निकाला गया।
अरवल में ब्लॉक गेट से आरवाईए के राज्य उपाध्यक्ष शाह साद, युवा राजद के प्रवीण कुमार, और छात्र राजद के रविरंजन कुमार के नेतृत्व में मार्च निकालकर पूरे बाजार का भ्रमण किया गया और भगत सिंह चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया।

गोपालगंज के भोरे में पार्टी कार्यालय से वायरलेस मोड़ तक मार्च निकालकर सभा का आयोजन किया गया। इस मार्च का नेतृत्व आरवाईए के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र पासवान आरवाईए नेता प्रभात कुमार, अर्जुन सिंह, संजीव वर्मा, इमरान अंसारी, और प्रमोद कुशवाहा ने किया।
समस्तीपुर में आरवाईए के जिला सचिव रौशन यादव, आइसा जिला सचिव सुनील कुमार, एसएफआई जिला सचिव छोटू भारद्वाज, एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष राजन वर्मा, और छात्र राजद के रौशन कुमार के नेतृत्व में स्टेडियम मैदान से मार्च निकालकर ओवरब्रिज चौराहा पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया।
बेतिया में एमजेके कॉलेज से मार्च निकालकर विभिन्न मार्गों से होते हुए जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व आरवाईए नेता संजय मुखिया, अफाक अहमद, फरहान रज़ा, भोला कुमार, और आइसा नेता अभिमन्यु राव तथा सानू चौबे ने किया।

बेगूसराय में आइसा राज्य उपाध्यक्ष अजय कुमार, जिला अध्यक्ष सोनू फर्नाज, आरवाईए नेता राम कुमार तांती, एआईएसएफ के राज्य सचिव अमीन हमजा, जिला अध्यक्ष अमरेश कुमार और एसएफआई के जिला सचिव देवदत्त वर्मा के नेतृत्व में हड़ताली चौक से कैंटीन चौक तक मार्च निकालकर पुतला दहन किया गया।
आरा में सभा को संबोधित करते हुए आरवाईए के प्रदेश सचिव सह अगिआंव विधायक शिवप्रकाश रंजन ने कहा कि बीते दिन पटना में मुख्यमंत्री आवास के घेराव के आह्वान पर राजधानी पटना के डाकबंगला चौराहे पर हुए ऐतिहासिक प्रदर्शन में छात्रों और युवाओं ने बिहार सरकार की तानाशाही और भ्रष्ट नीतियों के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया था। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छात्रों से बात करने को तैयार नहीं हैं। इससे स्पष्ट होता है कि बीपीएससी परीक्षाओं में धांधली, पेपर लीक और परीक्षा माफिया तंत्र सरकार की शह पर फल-फूल रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार छात्रों की मांगों को सुनने और उन पर कार्रवाई करने के बजाय अपनी कुर्सी बचाने में व्यस्त हैं। उन्होंने आगे कहा कि नीतीश सरकार की चुप्पी इस बात का प्रमाण है कि वह भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी हुई है। मुख्यमंत्री, जो खुद को सुशासन बाबू कहते हैं, अब परीक्षा में हुई धांधली और प्रशासनिक विफलताओं को छिपाने के लिए पुलिस का दमनकारी चेहरा सामने ला रहे हैं। सरकार ने बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांगों को सुनने के बजाय ठंड के मौसम में उन पर लाठियां चलाईं, वाटर कैनन का प्रयोग किया और अभ्यर्थियों सहित आंदोलन के समर्थन में पहुंचे माले, सीपीआई, सीपीएम और कांग्रेस विधायकों पर फर्जी मुकदमे लाद दिए।

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