बिहार में भोजपुर जिले के आरा-सासाराम “सड़क पर अस्पताल” आंदोलन चलाकर मंगवाई मांगे, अब नियमित खुलेगा हॉस्पिटल.
बिहार में भोजपुर जिले के आरा-सासाराम “सड़क पर अस्पताल” आंदोलन चलाकर मंगवाई मांगे, अब नियमित खुलेगा हॉस्पिटल.
बिहार में भोजपुर जिले के आरा-सासाराम “सड़क पर अस्पताल” आंदोलन चलाकर मंगवाई मांगे, अब नियमित खुलेगा हॉस्पिटल.
कोरोना महामारी की विभीषिका झेलने के बाद भी बिहार की नितीश सरकार अपराधिक लापरवाही से बाज नहीं आ रही है.
भोजपुर जिले के गड़हनी ब्लॉक के दुबौली स्थित अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र बनकर तैयार है, लेकिन इसमें इलाज शुरू करने के लिए लोगों को बार-बार आन्दोलन करना पड़ रहा है. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान आन्दोलन कर दबाव बनाने पर कुछ दिनों के लिए स्वास्थ्य केंद्र खुला लेकिन कुछ ही दिनों में इसे बंद कर दिया गया. कोरोना की तीसरी लहर आने पर भी इसे नहीं खोला गया तो इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाइए) ने इस सवाल पर पहलकदमी लेते हुए आस-पास के गांव के लोगों को गोलबंद करने का फैसला लिया. आरवाइए के राष्ट्रीय अध्यक्ष व अगिआंव के माले विधायक मनोज मंजिल के नेतृत्व में आरवाइए की स्थानीय प्रखंड कमिटी ने गांव-गांव में संपर्क अभियान चलाया और प्रशासन को 9 जनवरी तक का समय दिया और कहा गया कि अगर 9 जनवरी तक स्वास्थ्य केंद्र नहीं खुलता है तो 10 जनवरी को हमलोग आन्दोलन के लिए मजबूर होंगे. 9 जनवरी तक प्रशासन ने स्वास्थ्य केंद्र नहीं खोला तो 10 जनवरी को आरवाइए ने आन्दोलन का फैसला लिया.
10 जनवरी की सुबह-सुबह सैकड़ों की संख्या में लोग स्वास्थ केंद खोलने की मांग करते हुए दुलारपुर स्थित आरा-सासाराम मुख्य मार्ग पर पहुँच गए. सुबह से शाम तक आरा-सासाराम स्टेट हाईवे जाम रहा. बीमार लोगों व अम्बुलेंस को जाने दिया जा रहा था. प्रशासन इस इंतजार में था की शाम होने पर आन्दोलन ख़त्म कर लोग चले जाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं तो वे आन्दोलनकारियों से बात करने आए, वार्ता हुई और मांगे मानी गई फिर आन्दोलन ख़त्म किया गया.
सिविल सर्जन और एसडीएम ने आंदोलनकारियों से कहा अब बंद नहीं होगा दुबौली अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र। डॉक्टर व अन्य चिकित्साकर्मियों के पदों के सृजन के लिए स्वास्थ्य निदेशक एवं प्रधान सचिव को चिट्ठी लिखी जा चुकी है । जल्द ही सभी मांगों का निष्पादन कर दिया जाएगा.
अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र, दुबौली में डॉक्टर और चिकित्साकर्मियों के स्थायी पदों का सृजन कर तमाम सुविधाओं के साथ संचालन और जर्जर व बदहाल पड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने एवं बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने और कोविड के तीसरे लहर (ओमिक्रोन) से निपटने के लिए जनआंदोलन के माध्यम से निम्नलिखित मांगों को सौंपा गया:-
● अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र, दुबौली में स्थायी पदों का सृजन कर तमाम सुविधाओं के साथ विधिवत अस्पताल के संचालन की गारंटी की जाए । ● प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गड़हनी काफी जर्जर हो चुका है, छतों से पानी चूता है, सीलिंग टूट कर गिरता है, कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है. विधानसभा में सवाल उठाने के पश्चात इसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा दिया गया और मंत्री ने इसी वित्तीय वर्ष में निर्माण की बात कही थी. लेकिन अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका. अविलंब निर्माण कार्य शुरू किया जाए ।
● विधानसभा के सभी अस्पतालों में मानक के अनुसार डॉक्टरों, चिकित्साकर्मियों की स्थायी नियुक्ति की गारंटी की जाए।
● अगिआंव विधानसभा के सभी अस्पतालों में सिजेरियन डिलीवरी, हड्डी के प्लास्टर, डिजिटल एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड ईएनटी के इलाज, ब्लड, यूरीन टेस्ट की गारंटी की जाए।
● कोविड महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए कोविड वार्ड बनाया जाए. कोविड के समुचित इलाज की व्यवस्था हो ।
● मानक के अनुसार सभी दवाइयों की व्यवस्था हो ताकि किसी भी मरीज को बाहर से दवाई ना खरीदनी पड़े।
● अगिआंव विधानसभा के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की उचित मात्रा में व्यवस्था हो. सभी बेड पर ऑक्सीजन पाइप लाइन दी जाए. सभी स्वास्थ्य केंद्रों में विधायक निधि से तीन एम्बुलेंस, 20-20 ऑक्सीजन सिलिंडर, फ्लो मीटर, ऑक्सीमीटर, पेशेंट मॉनिटर और अन्य चिकित्सीय उपकरण दिया गया है जिसे उपयोग में लाया जाए।
एसडीएम नें कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गड़हनी और अगिआंव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए टेंडर हो चुका है, जमीन उपलब्ध कराने के लिए अंचलाधिकारी को पत्र भेजा जा चुका है।
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