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आरवाईए झारखण्ड का चौथा राज्य सम्मेलन धनबाद के गोविंदपुर में संपन्न हुआ, पूरे झारखंड में संगठन विस्तार की बनाई गई योजना.


आरवाईए झारखण्ड का चौथा राज्य सम्मेलन धनबाद के गोविंदपुर में संपन्न हुआ, पूरे झारखंड में संगठन विस्तार की बनाई गई योजना.

 
आरवाईए झारखण्ड का चौथा राज्य सम्मेलन धनबाद के गोविंदपुर में संपन्न हुआ, पूरे झारखंड में संगठन विस्तार की बनाई गई योजना.


49 सदस्यीय राज्य परिषद का हुआ चुनाव। संदीप जायसवाल राज्य अध्यक्ष और अविनाश रंजन राज्य सचिव चुने गए। अखिलेश राज व शिव सिंह राज्य उपाध्यक्ष एवं जयवीर हांसदा राज्य सह सचिव चुने गये।

13 मार्च को गोविंदपुर, धनबाद में आयोजित आरवाईए के चौथे राज्य सम्मेलन की शुरुआत गोविंदपुर शहर में रोजगार अधिकार मार्च निकाल कर किया गया।
सम्मेलन के खुले सत्र का उद्घाटन आरवाईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष व अगिआंव विधायक मनोज मंज़िल ने किया. सम्मलेन को सम्बोधित करते हुए मनोज मंज़िल ने कहा कि सरकार देश के संविधान पर हमले कर रही है और धर्म के नाम पर नौजवानों को गुमराह कर रही है. झारखण्ड के अंदर भूख से मौतें हो रही है, नौजवान रोजगार की तलाश में देश के अलग-अलग हिस्सों में ठोकरें खा रहे हैं ऐसे में नौजवानों को संगठित होकर आंदोलन तेज कर देना चाहिए.

सम्मलेन को सम्बोधित करते हुए आरवाईए के राष्ट्रिय महासचिव नीरज कुमार ने कहा की मोदी सरकार नौजवानों के भविष्य व सपनों का सौदा अडानी-अम्बानी के हाथों कर रही है. सरकारी नौकरियों के अवसरों को ख़त्म कर नौजवानों को पूंजीपतियों के लिए सस्ता श्रम की सप्लाई में लगी हुई है मोदी सरकार। भारतीय रेलवे सहित तमाम सरकारी संस्थानों को बेचा जा रहा है जिन संस्थानों में हर साल लाखों नौजवानों को रोजगार मिलता था. मोदी सरकार एक तरफ रोजगार के अवसरों को बेच रही है दूसरी तरफ रोजगार की मांग कर रहे नौजवानों पर लाठियां बरसा रही है. ऐसे समय में आरवाईए को और भी विस्तार देते हुए मजबूत आन्दोलन खड़ा करना समय की जरूरत है. झारखण्ड के नौजवानों के आकांक्षाओं पर सवार होकर सत्ता में आयी हेमंत सरकार एक साल से अधिक होने के बाद भी रोजगार की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाई है और नौजवानों को रोजगार व स्थानीयता से ध्यान भटकने के लिए भाषा के सवाल को उछाल रही है. इसलिए आरवाईए ने नारा दिया है भाषा में मत उलझाओ, स्थानीयता के साथ रोजगार कि गारंटी करो. सत्ता में आने से पहले हेमंत सर्कार ने झारखण्ड के नौजवानों से 5 लाख रोजगार देने का वादा किया था साथ ही साथ खतियान आधारित स्थानीय नीति बनाने की मांग को भी पूरा करने का वादा किया था लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है इसलिए झारखण्ड के नौजवानों को बड़े आंदोलन की दिशा में तैयारी तेज कर देनी चाहिए.

निरसा के पूर्व विधायक मासस नेता अरूप चटर्जी, भाकपा माले राज्य सचिव मनोज भक्त, भाकपा माले पोलित ब्यूरो सदस्य विनोद सह विधायक विनोद सिंह ने खुले सत्र को संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि आरवाईए का झारखंड राज्य सम्मेलन ऐतिहासिक – निर्णायक मोड़ पर धनबाद की क्रांतिकारी धरती पर हो रहा है। देश में 2 करोड़ प्रतिवर्ष रोजगार का वादा कर सत्ता में आई मोदी सरकार ने नए रोजगार का सृजन करना तो दूर, नेशनल मोनेटाइजेशन पाइपलाइन के नाम पर सरकारी उद्यमों, संपतियों को धनाढ्य पूंजीपतियों को बेच कर, बचे खुचे रोजगार के मौके भी खत्म करने पर आमादा है। भाजपा सरकार युवाओं के दिमाग में रोजगार की जगह धार्मिक उन्माद का जहर भर उन्हें आपस में लड़ाने की साजिश कर रही है। आज देश में पिछले चालीस वर्षों का सबसे अधिक बेरोजगारी दर है। रोजगार विमुख सरकारी नीतियों की वजह से आर्थिक असमानता ने भयावह रूप ले लिया है, जहां कोरोना महामारी के दौरान आम घरों के लाखों – करोड़ों लोग मौत का शिकार हुए, मध्यम वर्ग के करोड़ों परिवार गरीबी रेखा से नीचे चले गए। वहीं दूसरी ओर अरबपतियों की संख्या में 70% से अधिक की वृद्धि हुई। स्थिति बद से बदतर हो रही है। युवा हताश परेशान हैं। आंदोलन एकमात्र रास्ता दिख रहा है। प्रचुर प्राकृतिक संपदाओं का झारखंड जब अलग राज्य बना था। तब युवाओं की आशा जगी थी की, पलायन कम होगा, रोजगार मिलेंगे, झारखंड वासियों की जिंदगी बेहतर होगी। परंतु स्थिति यह है की रोजगार तो दूर, 22 साल बाद अभी तक एक अदद स्थानीय नियोजन नीति तक नही बन पाई है। भाजपा की निरंकुश सत्ता को हटा, रोजगार का वादा कर सत्ता में आई हेमंत सरकार भी आज भाषा के विवाद में युवाओं को उलझा कर रखने की कोशिश कर रही है। जिसके खिलाफ युवाओं का गुस्सा दिख रहा है और वो आंदोलन की तरफ रुख कर रहे हैं।

ऐसे समय में हम आरवाईए का राज्य सम्मेलन कर रहे हैं जब राज्य और देश भर के युवा, आंदोलनों के नेतृत्व के लिए युवा संगठनों की तरफ देख रहे हैं। हमें उम्मीद है की इस निर्णायक समय में युवा आंदोलनों को नेतृत्व देने का कार्यभार, आरवाईए के चौथे झारखंड राज्य सम्मेलन की परिणीति होगी।

सम्मेलन के अंतिम सत्र में पूर्व राज्य कमिटी के अध्यक्ष रामेश्वर चौधरी, राज्य सचिव अमल घोषाल, पर्यवेक्षक शिवप्रकाश जी के साथ मुख्य आयोजन कर्ता अभिजीत आनंद, जिमी मलिक, अखिलेश राज को सम्मानित किया गया। अंत में कॉमरेड राजू जी ने हम होंगे कामयाब गीत के साथ सम्मेलन का समापन किया।

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