18-19 फ़रवरी देश के 100 जिलों में होगा "यंग इंडिया जनमत संग्रह"
28 फ़रवरी को देश भर से विद्यार्थियों और नौजवानों की आवाज़ लेकर हम दिल्ली की सड़कों पर दस्तक देंगे.
18-19 फ़रवरी देश के 100 जिलों में होगा यंग इंडिया जनमत संग्रह
देश भर में प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से कि गई इसकी घोषणा
28 फ़रवरी को देश भर से विद्यार्थियों और नौजवानों की आवाज़ लेकर हम दिल्ली की सड़कों पर दस्तक देंगे.
पिछले दस साल के मोदी सरकार ने देश में बेरोजगारों की फौज खड़ी कर दी है. नौकरियों के 30 लाख से ज्यादा खाली पदों को दस साल में नहीं भरा गया और ऊपर से इसको ख़त्म भी किया गया. भारतीय रेलवे में 3 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हैं लेकिन मोदी सरकार की इसे भरने में कोई रूचि नहीं है. रेलवे को नीलामी के बाज़ार में रख दिया गया है ट्रेन, स्टेशन, प्लेटफार्म, रूट, स्टेडियम, स्कूल बेचे जा रहे हैं और बड़े पैमाने पर ठेकाकरण किया जा रहा है.
100 से ज्यादा सरकारी कंपनियों के कुछ ना कुछ शेयर बेचे गए. जिससे नौजवानों की नौकरियां तो प्रभावित हुई ही साथ ही साथ देश की आमदनी भी प्रभावित हुई. सेना में अग्निपथ योजना लाकर बहाली को ठेका पर कर नौजवानों के भविष्य पर बुलडोजर चलाया गया. नौकरी पाने की उम्र में उन्हें रिटायरमेंट का पेपर थमा दिया जा रहा है. सुरक्षा मामलों के जानकारों का यह भी मानना है कि यह ना सिर्फ नौजवानों के भविष्य बल्कि देश की सुरक्षा के लिए भी बहुत बड़ा खतरा है.
जिन नौजवानों के हाथ को काम चाहिए उनके हाथ में तलवार थमा कर मुसलमानों का मोहल्ला दिया दिया जा रहा है. रोजगार चाहने वाले हाथ में नफरत परोसा जा रहा है, उन्हें नफरत के इस कारोबार में झोंक देने की चौतरफा कोशिश हो रही है और इस दौर को ‘अमृत काल’ बताया जा रहा है. ऐसे समय में नौजवानों की यह जिम्मेदारी है की वो इस तबाही बर्बादी के खिलाफ बहादुरी से खड़े हों.
नौजवान आन्दोलन की मांग रही है कि रोजगार पर सरकार श्वेतपत्र लाकर देश को बताए कि उन्होंने अपने दस साल के शासन में कितने लोगों को रोजगार दिया है. आज मोदी सरकार की हालत यह है कि रोजगार का नाम भी नहीं लेना चाहती संसद में बजट पेश किया गया लेकिन उसमें एक बार भी रोजगार शब्द का नाम तक नहीं लिया गया. इसलिए यंग इंडिया ने 50 से ज्यादा विश्वविद्यालयों में रेफेरेंडम के माध्यम से विद्यार्थियों की राय ली जिसमें 91 प्रतिशत ने मोदी सरकार की नीतियों को ख़ारिज किया. अब देश के 100 जिलों में नौजवानों के बीच यंग इंडिया रेफेरेंडम 18-19 फ़रवरी को आयोजित किया जाएगा और नौजवानों से इसपर अपनी राय ली जाएगी.
28 फ़रवरी को देश भर से विद्यार्थियों और नौजवानों की आवाज़ लेकर हम दिल्ली की सड़कों पर दस्तक देंगे.
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